आईटीआई के बाद क्या करें? | ITI ke bad Kya kare

ITI या औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान भारत में कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के तहत प्रशिक्षण प्रदान करने वाली एक सरकारी संस्थान है। आईआईटी कोर्स करके छात्र विभिन्न ट्रेडों में कौशल प्राप्त कर पाते हैं। लेकिन कई छात्र ऐसे भी हैं, जो आईटीआई करने के बाद वह अपने टेक्निकल या नॉन टेक्निकल स्किल को बढ़ाना चाहते हैं। इसके लिए कई छात्रों का यह प्रश्न होता है कि ITI ke bad Kya kre और किस विषय में अपना करियर बनाएं।

ITI ke bad Kya kare

इसलिए आज के इस लेख में हम कुछ ऐसे विकल्पों के बारे में जानेंगे जिसके माध्यम से आप यह समझ सकते हैं कि ITI ke bad Kya kre? चाहे आप नौकरी की तलाश कर रहे हो या उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हो, हम आपके यहां पर सभी तरह के विकल्प प्रदान करने का प्रयास करेंगे। 

आईटीआई के बाद क्या करें? | ITI ke bad Kya kare

आईटीआई कोर्स करने के बाद आपके सामने करने के लिए कई सारे विकल्प हैं। जैसे आप जॉब कर सकते हैं या उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं या खुद का रोजगार भी शुरू कर सकते हैं। तो यहां पर हम इन तीनों ही विकल्पों के बारे में विस्तार से जानेंगे।

ITI के बाद नौकरी करना 

अप्रेंटिसशिप (Apprenticeship) – ITI करने के बाद आप किसी कंपनी में अप्रेंटिस बन सकते हो। इससे आपको इंडस्ट्री का अनुभव मिलता है और साथ ही पैसे भी कमाने का मौका मिलता है। कई कंपनियां, जैसे मैन्युफैक्चरिंग, इलेक्ट्रिकल और ऑटोमोबाइल, ITI वालों के लिए अप्रेंटिसशिप प्रोग्राम चलाती हैं। अक्सर इन प्रोग्राम्स के बाद वहीं पर परमानेंट नौकरी भी मिल जाती है।

सरकारी नौकरी (Sarkari naukri) – सरकारी नौकरी में न सिर्फ नौकरी की सुरक्षा होती है बल्कि अच्छी तनख्वाह और अन्य फायदे भी मिलते हैं। इसीलिए कई ITI वाले सरकारी नौकरी करना पसंद करते हैं। भारतीय रेलवे, लोक निर्माण विभाग (PWD) और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) जैसी सरकारी संस्थाएं टेक्निकल पदों पर ITI वालों को भर्ती करती हैं। अपनी ट्रेड के हिसाब से सरकारी जॉब पोर्टल्स पर नियमित रूप से अपडेट देखते रहो।

प्राइवेट कंपनियां (Private companies) – प्राइवेट सेक्टर में भी स्किल्ड टेक्निशियनों की डिमांड काफी बढ़ रही है। कंस्ट्रक्शन, ऑटोमोबाइल, टेलीकॉम और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में जूनियर इंजीनियर, टेक्निशियन, मशीन ऑपरेटर और मेंटेनेंस स्पेशलिस्ट जैसे पदों के लिए टेक्निशियनों की ज़रूरत होती है। प्राइवेट कंपनियां ITI वालों को इंडस्ट्री का अनुभव हासिल करने का मौका देती हैं और साथ ही करियर ग्रोथ और स्पेशलाइजेशन का रास्ता भी दिखा सकती हैं।

ITI के बाद आगे की पढ़ाई 

अगर आप और पढ़ना चाहते हो तो आप स्पेशल स्किल्स सीख सकते हो और अपनी जॉब की संभावनाएं भी बढ़ा सकते हो।

  • डिप्लोमा कोर्स (Diploma course) – ITI करने वालों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प है अपने क्षेत्र में डिप्लोमा कोर्स करना। डिप्लोमा कोर्स में एडवांस टेक्निकल ट्रेनिंग दी जाती है और ये आमतौर पर 2-3 साल के होते हैं। ये कई क्षेत्रों में उपलब्ध हैं, जैसे मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस।

इंजीनियरिंग (लैटरल एंट्री) (Engineering (Lateral Entry))

अगर आप इंजीनियर बनना चाहते हैं तो ITI के बाद इंजीनियरिंग में लैटरल एंट्री ले सकते हैं। इसका मतलब है कि आपको इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दूसरे साल से शुरू करना होगा। कई कॉलेज और यूनिवर्सिटीज ITI वालों के लिए लैटरल एंट्री का ऑप्शन देती हैं। इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद आपके पास ज्यादा बेहतर नौकरी के मौके होंगे, जिसमें मैनेजरियल पद भी शामिल हैं।

शॉर्ट-टर्म सर्टिफिकेशन कोर्सेज़ (Short-term Certification Courses)

आप किसी खास स्किल में स्पेशलाइज्ड बनना चाहते हैं तो शॉर्ट-टर्म सर्टिफिकेशन कोर्स कर सकते हैं। जैसे कि कंप्यूटर एडेड डिज़ाइन (CAD), इंडस्ट्रियल सेफ्टी, प्रोग्रामिंग, वेल्डिंग, और मशीन मेंटेनेंस। ये कोर्सेज़ कुछ महीनों में पूरे हो जाते हैं और इनसे आपकी जॉब प्रोस्पेक्ट्स और कमाई की क्षमता बढ़ सकती है।

खुद का रोजगार करना (Entrepreneurship Opportunities)

अगर आप खुद का बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं तो ITI के बाद यह आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। आप इलेक्ट्रिकल रिपेयर, प्लंबिंग, वेल्डिंग, और कारपेंटरी जैसी सेवाएं दे सकते हैं। सरकार की कई योजनाएं युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करती हैं, जिससे आप आसानी से अपना बिज़नेस शुरू कर सकते हैं।

स्वरोजगार और फ्रीलांसिंग (Self-employment and Freelancing)

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की वजह से आजकल स्वरोजगार और फ्रीलांसिंग के बहुत सारे मौके हैं। आप ग्राफिक डिज़ाइनिंग, इलेक्ट्रिकल मेंटेनेंस, प्लंबिंग, कारपेंटरी, और कंप्यूटर रिपेयर जैसी सेवाएं फ्रीलांसिंग वेबसाइट्स पर दे सकते हैं। Upwork, Fiverr, और अन्य स्थानीय लिस्टिंग साइट्स आपको क्लाइंट्स से कनेक्ट करने में मदद कर सकती हैं।

निष्कर्ष 

आज के इस लेख में हमने जाना की ITI ke bad Kya kre? उम्मीद है कि यह लेख आपको आपके करियर के लिए सही विकल्प चुनने में मदद करेगा। यदि आपको किसी अन्य कोर्स के बारे में जानकारी चाहिए तो कृपया कमेंट करके जरूर बताएं। 

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