अगर आपने ITI (Industrial Training Institute) का कोर्स पूरा कर लिया है और अपने करियर को आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो पॉलिटेक्निक आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स अपने कौशल को बढ़ाने का एक शानदार तरीका है। इससे आपको अपनी इंडस्ट्री में बेहतर नौकरी पाने का भी मौका मिलता है। लेकिन की छात्रों यह जानकारी नहीं है की iti ke baad polytechnic kaise kare? और यह कितने साल का होता है। जिसके कारण छात्रों को कोर्स करने मे देरी हो जाती है।

तो यदि आप ऐसे छात्र है जो सोच रहे हैं कि iti ke baad polytechnic kaise kare?, तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं। यह लेख आपको ITI के बाद पॉलिटेक्निक करने से जुड़ी हर एक चीज़ के बारे में विस्तृत जानकारी देगा। साथ ही बताएगा की iti ke baad polytechnic kitne saal ka hota hai।
पॉलिटेक्निक क्या होता है? | iti ke baad polytechnic kitne saal ka hota hai
पॉलिटेक्निक एक ऐसा संस्थान होता है, जो इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी से जुड़े क्षेत्रों में डिप्लोमा कोर्स देता है। ये कोर्स आमतौर पर 3 साल के होते हैं और आपको किसी खास फील्ड में प्रैक्टिकल ज्ञान और कौशल सिखाते हैं।
पॉलिटेक्निक कोर्स थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों पर फोकस करते हैं। आपको क्लास में पढ़ाई के साथ-साथ लैब में प्रयोग करने और वर्कशॉप में काम करने का भी मौका मिलता है। इससे आपको इंडस्ट्री की जरूरतों को समझने और उनसे जुड़ने के लिए तैयार किया जाता है।
लेकिन ITI ke baad Polytechnic केवल 2 साल का हो सकता है यदि आपने वही ट्रैड चुना हो जो आपने iti course के लिए चुना था। अगर आप कोई अलग ट्रैड चुनते है तो आपको पूरे 3 साल का Polytechnic कोर्स करना होगा।
ITI के बाद पॉलिटेक्निक करने के फायदे
ITI पूरा करने के बाद पॉलिटेक्निक करने के कई फायदे हैं। आइए, उनमें से कुछ को देखें:
- ज्यादा नौकरी के बाद:
पॉलिटेक्निक डिप्लोमा होने से आपको इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी से जुड़े क्षेत्रों में बेहतर नौकरी के मौके मिलते हैं। कंपनियां अक्सर ऐसे लोगों को ढूंढती हैं जिनके पास थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल ज्ञान भी हो। पॉलिटेक्निक की डिग्री आपको यह दोनों चीजें देती है।
- ज्यादा सैलरी:
पॉलिटेक्निक करने से आपकी कमाई भी बढ़ सकती है। आमतौर पर, पॉलिटेक्निक करने वालों को सिर्फ ITI करने वालों की तुलना में ज्यादा सैलरी मिलती है।
- कौशल विकास:
पॉलिटेक्निक कोर्स आपको उन्नत तकनीकी कौशल और ज्ञान प्रदान करते हैं। इससे आप इंडस्ट्री की मांग के अनुसार खुद को अपडेट रख सकते हैं।
- सीधे दूसरे साल में एडमिशन:
अगर आप भविष्य में बी।टेक करना चाहते हैं, तो पॉलिटेक्निक करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। कुछ यूनिवर्सिटियां पॉलिटेक्निक डिप्लोमा धारकों को लेटरल एंट्री के जरिए सीधे दूसरे साल में दाखिला देती हैं। इससे आपकी पढ़ाई का समय भी कम हो जाता है।
- आत्मविश्वास बढ़ना:
पॉलिटेक्निक कोर्स पूरा करने से आपका आत्मविश्वास बढ़ता है। आप अपने क्षेत्र में अधिक कुशल महसूस करते हैं और नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहते हैं।
पॉलिटेक्निक में कौन-से कोर्स उपलब्ध हैं?
पॉलिटेक्निक में कई तरह के कोर्स उपलब्ध होते हैं। आप अपनी रुचि और क्षमता के अनुसार कोई भी कोर्स चुन सकते हैं। कुछ लोकप्रिय पॉलिटेक्निक कोर्स इस प्रकार हैं:
- इंजीनियरिंग डिप्लोमा:
- सिविल इंजीनियरिंग
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
- कंप्यूटर इंजीनियरिंग
- ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग
- अन्य डिप्लोमा:
- कंप्यूटर एप्लीकेशन
- इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन
- इंस्ट्रूमेंटेशन
- टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी
- फार्मास्यूटिकल्स
- फूड टेक्नोलॉजी
कौन-सा कोर्स चुनें?
कोई भी कोर्स चुनने से पहले आपको अपनी रुचि, क्षमता और भविष्य की योजनाओं के बारे में सोचना चाहिए। आप किस क्षेत्र में काम करना चाहते हैं? साथ ही आप यह ध्यान रखें की आपने जो कोर्स का चुनाव ITI में किया था वो आपके लिए ज्यादा बेहतर हो सकता है। और साथ ही आपको सीधे दूसरे साल में दाखिल मिल सकता है।
लेकिन आप पहले वाले ट्रैड से संतुष्ट नहीं है तो आप अपने रुचि के अनुसार दूसरा ट्रैड भी चुन सकते है।
पॉलिटेक्निक में एडमिशन कैसे लें
1. ज्यादातर संस्थान ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भरने की सुविधा देते हैं। फॉर्म में अपनी पूरी जानकारी सही-सही भरें, जिसमें आपका आईटीआई सर्टिफिकेट का विवरण भी शामिल हो।
2. कुछ पॉलिटेक्निक संस्थानों में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम होता है। कुछ संस्थानों में काउंसलिंग होती है, जहां आपको अपनी पसंद के कोर्स चुनने का मौका मिलता है।
3. अगर तुम एंट्रेंस एग्जाम या काउंसलिंग में सफल होते हो, तो तुम्हें एडमिशन प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इसके लिए तुम्हें जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे और फीस जमा करनी होगी।
पॉलिटेक्निक में एडमिशन के लिए जरूरी दस्तावेज (Documents Required for Polytechnic Admission)
- 10वीं की मार्कशीट और सर्टिफिकेट
- आईटीआई सर्टिफिकेट और मार्कशीट्स
- आधार कार्ड या कोई अन्य पहचान पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ्स
- जाति या श्रेणी का सर्टिफिकेट (अगर लागू हो)
- निवास प्रमाण पत्र (अगर संस्थान मांगे)
पॉलिटेक्निक एंट्रेंस एग्जाम (Entrance Exams for Polytechnic Admission)
कुछ राज्यों और संस्थानों में पॉलिटेक्निक में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम होता है। कुछ लोकप्रिय एंट्रेंस एग्जाम हैं:
- Delhi CET
- JEECUP (जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन काउंसिल उत्तर प्रदेश)
- TS Poly CET(तेलंगाना पॉलिटेक्निक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट)
- AP Poly CET (आंध्र प्रदेश पॉलिटेक्निक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट)
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने जाना की iti ke baad polytechnic kitne saal ka hota hai और iti ke baad polytechnic kaise kare। उम्मीद है की यह लेख आपके लिए लाभकारी साबित होगा और आप दिए गए स्टेप के अनुसार पालीटेक्निक में एडमिशन ले सकते है और आपने कौशल को बढ़ा सकते है।